जमशेदपुर के मानगो स्थित डिमना चौक पर स्थित महालक्मी गोविंद मेमोरियल (MGM) अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण और तकनीकी रूप से उन्नत पहल की गई है। अस्पताल प्रशासन ने सभी वार्डों में “कॉलिंग सिस्टम” की सुविधा शुरू की है, जिससे अब भर्ती मरीज बिना किसी कठिनाई के सीधे बेड से ही डॉक्टर या नर्स को बुला सकते हैं।

अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. जुझार मांझी ने बताया कि इस नई सुविधा के तहत हर बेड के पास एक कॉल स्विच लगाया गया है। यदि किसी मरीज को किसी भी प्रकार की तकलीफ होती है, तो वह स्विच दबाकर नर्सिंग स्टाफ को तुरंत सूचित कर सकता है। स्विच दबाते ही संबंधित सिस्टर रूम में एक घंटी बजती है, जिससे ड्यूटी पर तैनात नर्स अलर्ट हो जाती है और मरीज के पास तुरंत पहुंचती है। यदि ज़रूरत पड़ी, तो डॉक्टर को भी तत्काल सूचना दी जाती है ताकि समय पर उपचार सुनिश्चित हो सके।
विजिट रजिस्टर से पारदर्शिता
प्रबंधन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि हर वार्ड में एक विजिट रजिस्टर रखा गया है, जिसमें डॉक्टर और नर्स अपनी विजिट का विवरण दर्ज करेंगे। इससे यह स्पष्ट रहेगा कि किस मरीज को कब देखा गया, कौन डॉक्टर या नर्स पहुंचे और कितनी बार विजिट की गई। यह पहल मरीजों की उन शिकायतों को दूर करने में मदद करेगी जिनमें कहा जाता था कि मेडिकल स्टाफ समय पर नहीं आता।
ओपीडी में टोकन सिस्टम की शुरुआत
सिर्फ इनडोर मरीज ही नहीं, बल्कि ओपीडी में आने वाले बाहरी मरीजों के लिए भी एक राहत भरी पहल की गई है। अब ओपीडी में टोकन सिस्टम लागू किया गया है। मरीजों को अब लंबी कतारों में खड़े रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उन्हें एक टोकन नंबर दिया जाएगा और उसी के अनुसार उनकी बारी पर डॉक्टर से परामर्श मिल सकेगा।
मरीजों को मिलेगा बेहतर अनुभव
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इन तकनीकी और प्रक्रियागत सुधारों से अस्पताल में पारदर्शिता, समय की बचत, और सेवा की गुणवत्ता में सुधार होगा। भीड़भाड़ और अव्यवस्था कम होगी तथा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा अनुभव मिलेगा। यह पहल सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा की दिशा में एक सकारात्मक और स्वागत योग्य कदम माना जा रहा है।