झारखंड: झारखंड में मानसून ने जोर पकड़ लिया है और इसका व्यापक असर राज्य के कई जिलों में देखा जा रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। भारतीय मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई है।

अलर्ट पर झारखंड
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को रांची, गुमला, खूंटी, रामगढ़, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिम सिंहभूम जिलों में भारी बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 26 जून को रांची, गुमला, सिमडेगा और लोहरदगा जिलों में तेज बारिश, वज्रपात और 50-60 किमी/घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण 29 जून तक झारखंड में भारी वर्षा की आशंका जताई गई है।
राजधानी रांची में जलभराव और ट्रैफिक जाम
सोमवार को राजधानी रांची में हुई मूसलधार बारिश के कारण 44 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। बिरसा चौक, बंधु नगर, सेवा सदन रोड और कांके रोड जैसे प्रमुख इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी रही। कई सड़कों पर पानी भर जाने से ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई, वहीं पंडरा रोड पर सड़कें तालाब जैसी नजर आईं। कुछ क्षेत्रों में नाले का पानी घरों में घुस गया, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हुई। स्थिति को देखते हुए कई स्कूलों ने समय से पहले छुट्टी दे दी।
अन्य जिलों की स्थिति भी गंभीर
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खूंटी जिले के तोरपा क्षेत्र में बनई नदी पर बना पुल पानी के तेज बहाव में बह गया, जिससे इलाके का संपर्क पूरी तरह टूट गया है।
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लातेहार में औरंगा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है और किनारे बसे घरों को खतरा पैदा हो गया है।
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जमशेदपुर में बीते 24 घंटों में 247 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे कई कॉलोनियों में पानी भर गया है और सामान्य जनजीवन बाधित हो गया है।
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बोकारो में तेनुघाट डैम का जलस्तर बढ़ने से उसके गेट खोलने पड़े, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका बनी हुई है।
प्रशासन की अपील और तैयारी
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि अत्यावश्यक न हो तो यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए टीमें तैनात कर दी गई हैं।