जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। अब शहर में बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं मिलेगा। DC कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में SSP पीयूष पांडेय सहित कई वरीय अधिकारी शामिल हुए।

DC ने बताया कि शहर में बढ़ते सड़क हादसों को रोकना प्रशासन की प्राथमिकता है। मई महीने में हुए 29 सड़क हादसों में 24 लोगों की जान चली गई जबकि 12 लोग घायल हुए। इसी को देखते हुए नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा।
हिट एंड रन मामलों में भी तेजी लाई जाएगी। जिले में ऐसे 27 लंबित मामलों में पीड़ित परिवारों को 90 दिनों के भीतर मुआवजा देने का निर्देश दिया गया है। साथ ही कहा गया कि पीड़ित परिवारों को कागज़ों के लिए ऑफिसों के चक्कर न लगाने पड़ें इसके लिए समयबद्ध कार्रवाई की जाए।
गोल्डन ऑवर में घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को अब 5 हजार रुपये तक प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। साथ ही उन्हें किसी भी कानूनी पचड़े से भी मुक्त रखा जाएगा। बैठक में यह भी सामने आया कि सड़क हादसों के पीछे गलत दिशा में ड्राइविंग, तेज रफ्तार और हाइवे किनारे पार्किंग जैसे कारण प्रमुख हैं। इसके लिए हाइवे पर मोड़ों पर मिरर, रंबल स्ट्रिप, रिफ्लेक्टर और स्लाइडिंग बैरियर लगाने का निर्देश दिया गया।
अब तक 312 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया गया है। वहीं बिना हेलमेट और सीटबेल्ट के चलने वालों से 22 लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना वसूला गया है। जिला प्रशासन का कहना है कि नियमों को सख्ती से लागू कर सड़क हादसों पर रोक लगाने की कोशिश जारी रहेगी।