एक बार फिर प्रोफेसर डॉ आरके मंधान बने एमजीएम अस्पताल के नए अधीक्षक

जमशेदपुर : जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. आरके मंधान को एक बार फिर एमजीएम अस्पताल का अधीक्षक बनाया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी. डॉ. मंधान शनिवार को पदभार ग्रहण करेंगे. इससे पहले, 3 अगस्त 2019 को भी उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन मात्र 76 दिनों बाद, 17 अक्टूबर 2019 को, उन्हें हटा दिया गया था.

 

हालांकि, इस अल्प कार्यकाल में भी उन्होंने अपनी कार्यशैली से अस्पताल में सुधार के संकेत दिए थे. अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. मंधान ने कहा कि वे सबसे पहले अस्पताल की मौजूदा स्थिति का आकलन करेंगे, फिर लॉन्ग और शॉर्ट टर्म योजनाओं के आधार पर व्यवस्थाओं में सुधार की प्राथमिकताएं तय करेंगे. उन्होंने कहा कि एमजीएम अस्पताल जमशेदपुर और कोल्हान क्षेत्र का सबसे महत्वपूर्ण सरकारी अस्पताल है, ऐसे में इसकी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाना उनकी प्राथमिकता होगी.

डॉ. मंधान की नियुक्ति के साथ ही मौजूदा अधीक्षक डॉ. शिखा रानी का कार्यकाल समाप्त हो गया. डॉ. शिखा रानी को 21 सितंबर 2024 को एमजीएम अस्पताल की पहली महिला अधीक्षक बनने का गौरव प्राप्त हुआ था. हालांकि, उनके लगभग साढ़े पांच महीने के कार्यकाल में अस्पताल की व्यवस्थाएं चरमराती रहीं. अस्पताल की बिगड़ती स्थिति और व्यवस्थागत लापरवाही को लेकर उनके कार्यकाल के दौरान कई बार सवाल उठे. मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने में वे नाकाम रहीं. साथ ही, स्वास्थ्य विभाग के बार-बार निर्देश के बावजूद अस्पताल के शिफ्टिंग मामले में भी उन्होंने कोई ठोस पहल नहीं की।

नतीजतन, अस्पताल की स्थिति और भी दयनीय हो गई, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. डॉ. आरके मंधान की नियुक्ति से अस्पताल में सुधार की उम्मीद जगी है. वे पहले भी अधीक्षक रह चुके हैं और अपने छोटे कार्यकाल में भी उन्होंने बेहतर काम करने की कोशिश की थी. इस बार उनके कार्यकाल से उम्मीद की जा रही है कि वे एमजीएम अस्पताल को बेहतर प्रशासनिक नेतृत्व देंगे और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.