घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारी शुरू, निर्वाचन आयोग ने जारी किया विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम

रांची : झारखंड के शिक्षा मंत्री और घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली हुई घाटशिला सीट पर उपचुनाव कराने की तैयारी शुरू हो गई है। निर्वाचन आयोग ने इस दिशा में कदम उठाते हुए मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्यक्रम घोषित किया है।

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संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, किसी भी सीट के रिक्त होने के छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना अनिवार्य होता है। रामदास सोरेन का निधन 15 अगस्त को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ था, जिसके बाद घाटशिला सीट रिक्त हो गई। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही घाटशिला उपचुनाव की घोषणा भी की जा सकती है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रवि कुमार के अनुसार, यह विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम 1 जुलाई, 2025 की अर्हता तिथि के आधार पर होगा। इस तिथि तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी पात्र मतदाता अपने नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकेंगे। साथ ही, जिन मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक है, उनका पुनर्गठन 28 अगस्त तक किया जाएगा ताकि मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो सके।

निर्वाचन आयोग ने बताया कि मतदाता सूची का प्रारूप 2 सितंबर को प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद 2 से 17 सितंबर तक नाम जुड़वाने, हटाने और संशोधन के लिए फॉर्म जमा किए जा सकेंगे। अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 29 सितंबर, 2025 को होगा।

गौरतलब है कि घाटशिला सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) वर्ग के लिए आरक्षित है। रामदास सोरेन, जो झारखंड सरकार में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री थे, को 2 अगस्त को ब्रेन स्ट्रोक आने के बाद दिल्ली ले जाया गया था, जहां 15 अगस्त को उनका निधन हो गया।