रांची विश्वविद्यालय: सहायक प्रोफेसर नियुक्ति में झारखंडियों की अनदेखी

रांची – रांची विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर की हालिया नियुक्तियों में स्थानीय उम्मीदवारों की अनदेखी चर्चा का विषय बन गई है। 33 नियुक्तियों में मात्र 1 पद ही झारखंड के अभ्यर्थी को मिला है, जिससे राज्य के शिक्षाविदों और छात्रों में रोष है।

 

झारखंडी उम्मीदवारों का कहना है कि राज्य में शिक्षा और नौकरियों में स्थानीय लोगों को वरीयता दी जानी चाहिए, लेकिन हाल की भर्ती प्रक्रिया ने इस उम्मीद को तोड़ दिया है। सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं ने इस मुद्दे पर नाराजगी जताते हुए सरकार से जवाब मांगने की मांग की है।

 

क्या यह झारखंडी प्रतिभाओं के साथ अन्याय है या फिर नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी? यह सवाल अब बहस का विषय बन गया है।