रांची: झारखंड में विधवा, वृद्धा और विकलांग पेंशन पाने वालों के लिए बड़ी खबर है। यदि आप साल 2021 से पहले से पेंशन का लाभ उठा रहे हैं, तो अब आपको तुरंत ई-केवाईसी कराना जरूरी हो गया है, वरना आपकी पेंशन पर रोक लग सकती है।

सरकार ने हाल ही में पेंशन वितरण प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए आधार आधारित ई-केवाईसी अनिवार्य कर दिया है। इसका मकसद फर्जीवाड़ा रोकना और यह सुनिश्चित करना है कि पेंशन का लाभ वास्तव में जीवित व पात्र लाभुकों तक ही पहुंचे।
क्यों जरूरी है ई-केवाईसी?
सरकार की जांच में पाया गया है कि कई ऐसे लाभुकों के नाम पर भी पेंशन जारी हो रही है, जो अब जीवित ही नहीं हैं। इस कारण सरकार ने पेंशन योजना में पारदर्शिता लाने के लिए सभी लाभार्थियों से ई-केवाईसी कराने का निर्णय लिया है।
केवाईसी कराने से ये होंगे फायदे:
- पेंशन का पैसा सीधे सही लाभुक के बैंक खाते में पहुंचेगा।
- फर्जी नामों पर पेंशन जारी होने की संभावना खत्म होगी।
- आधार लिंक बैंक खाता होने से भुगतान में देरी नहीं होगी।
- सरकार को सही लाभार्थियों की शिनाख्त में आसानी होगी।
ऐसे करें वृद्धा/विधवा पेंशन के लिए ई-केवाईसी:
- झारखंड वृद्धा पेंशन योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर “वृद्धा पेंशन” विकल्प पर क्लिक करें।
- “वृद्धा पेंशन आवेदक लॉगिन” पर जाएं।
- आधार और संबंधित जानकारी दर्ज कर ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करें।
कब तक कराना है?
सरकार ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि पुराने लाभुकों को तत्काल ई-केवाईसी के लिए सूचित किया जाए। अंतिम तिथि का एलान शीघ्र किया जाएगा, लेकिन देर करने पर पेंशन अस्थायी रूप से बंद की जा सकती है।
युवा जागरूकता की भी जरूरत
ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से बुज़ुर्ग अभी भी डिजिटल प्रक्रिया से अनजान हैं। ऐसे में युवाओं और सामाजिक संगठनों से भी अपील की जा रही है कि वे अपने गांव-समाज में बुज़ुर्गों को ई-केवाईसी कराने में सहयोग करें।