सुनीता विलियम्स 3 बजकर 27 मिनट पर धरती पर हुई लैंड पिछले 9 महीने से अंतरिक्ष में थी फंसी

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने सहयोगी बुच विल्मोर के साथ 9 महीने बाद पृथ्वी पर लौटी हैं। नासा के ये दोनों अंतरिक्ष यात्री कुल 286 दिनों के बाद धरती पर वापस लौटे हैं। उनकी वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान के जरिए हुई। 17 घंटे की यात्रा करने के बाद ड्रैगन अंतरिक्ष यान 19 मार्च की सुबह 3 बजकर 27 मिनट पर फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में स्प्लैश डाउन हुआ। इसके बाद अंतरिक्ष यान में सवार सभी यात्रियों के सेहत की जांच की जाएगी। आपको बता दें कि भारत की बेटी सुनीता विलियम्स अपने साथी विल्मोर के साथ जून 2024 से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे हुई थी। दोनों एक सप्ताह के लिए ही गए थे, लेकिन अंतरिक्ष यान से हीलियम के रिसाव और वेग में कमी होने की वजह से अंतरिक्ष स्टेशन पर नौ महीनों तक रुकना पड़ा।

सुनीता विलियम्स को धरती पर वापस लाने के लिए स्पेसएक्स का यह क्रू मिशन 15 मार्च को अंतरिक्ष में गया था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क को 9 महीने से फंसे इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी की जिम्मेदारी दी थी। हालांकि, कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण वे बीच में फंस गए थे और इस वजह से मिशन में देरी हुई। अब 17 घंटे के भीतर यह मिशन पूरा होने की उम्मीद है। सुनीता विलियम्स की वापसी से हर कोई काफी खुश है और देशभर में उनके लिए जाप और पूजा-हवन का आयोजन हो रहा था।

 

सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को अमेरिका के ओहायो के यूक्लिड में हुआ था। फिर भी वह भारतीय मूल की मानी जाती हैं, क्योंकि उनकी जड़ें गुजरात से जुड़ी हैं। दरअसल, सुनीता के पिता दीपक पांड्या मूल रूप से मेहसाणा जिले के झूलासन गांव के रहने वाले थे और बाद में वे अमेरिका में न्यूरोएनाटॉमी के क्षेत्र में काम करने लगे थे। इसके बाद, सुनीता ने माइकल विलियम्स नामक व्यक्ति से शादी रचाई थी, लेकिन उनकी कोई संतान नहीं है।