तमिलनाडु: विजय की रैली में मचा हड़कंप, भगदड़ में 36 लोगों की मौत, पीएम मोदी ने जताया शोक

करूर (तमिलनाडु) : तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार की देर रात अभिनेता से नेता बने विजय की राजनीतिक रैली में बड़ा हादसा हो गया। जानकारी के अनुसार, भारी भीड़ के कारण भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें अब तक 36 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। मरने वालों में तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) पार्टी के समर्थक शामिल हैं, जो विजय के भाषण का इंतजार कर रहे थे। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है, जबकि घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

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छह घंटे से इंतजार कर रही थी भीड़

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विजय के आगमन से पहले ही हजारों की संख्या में लोग रैली स्थल पर पहुंच गए थे। इनमें से अधिकांश समर्थक छह घंटे से लगातार खड़े होकर अपने नेता का इंतजार कर रहे थे। भीड़ इतनी अधिक थी कि मैदान में लोगों का खड़ा रहना मुश्किल हो गया। अचानक धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी की स्थिति में कई लोग गिर पड़े और दबकर उनकी मौत हो गई। स्थानीय पुलिस व प्रशासन के लिए हालात को काबू करना बेहद मुश्किल साबित हुआ।

 

प्रशासन ने की मृतकों की पुष्टि

करूर जिला प्रशासन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों का इलाज करूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल और अन्य नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में किया जा रहा है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।

 

पीएम मोदी ने जताया शोक

इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा – “तमिलनाडु के करूर में राजनीतिक रैली के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना बेहद दुखद है। मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। इस कठिन समय में भगवान उन्हें शक्ति प्रदान करें।”

पीएम मोदी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और राज्य प्रशासन को सभी जरूरी मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया।

 

विजय और उनकी पार्टी पर सवाल

अभिनेता से नेता बने विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम की यह रैली तमिलनाडु की राजनीति में शक्ति-प्रदर्शन के तौर पर देखी जा रही थी। विजय के समर्थकों में जबरदस्त उत्साह था, लेकिन उचित सुरक्षा इंतजाम न होने की वजह से यह रैली मातम में बदल गई। घटना के बाद स्थानीय लोग और विपक्षी दल प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।

 

स्थिति पर नजर बनाए हुए प्रशासन

करूर पुलिस ने इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया है ताकि स्थिति और न बिगड़े। मृतकों के परिजनों से संपर्क साधा जा रहा है और राहत कार्य लगातार जारी है। तमिलनाडु सरकार ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

 

यह हादसा न सिर्फ तमिलनाडु की राजनीति के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरी त्रासदी है, जिसने कई परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या राजनीतिक रैलियों में सुरक्षा प्रबंध और भी सख्त किए जाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।