बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इसी बीच गुरुवार को राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में एक बड़ा ऐलान कर चुनावी माहौल को और गर्मा दिया। उन्होंने कहा कि आने वाली सरकार बनने पर बिहार में ऐसा नियम बनाया जाएगा, जिसके तहत जिस भी परिवार के पास कोई सरकारी नौकरी नहीं है, उस परिवार को नौकरी की गारंटी दी जाएगी।

तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा – “हमारा वादा सिर्फ घोषणा पत्र तक सीमित नहीं रहेगा। सरकार बनते ही 20 दिनों के भीतर एक अधिनियम (कानून) लाया जाएगा और 20 महीनों के अंदर इसे लागू किया जाएगा। हर उस परिवार को सरकारी नौकरी दी जाएगी, जहां अभी तक कोई भी सदस्य सरकारी सेवा में नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा कि आज बिहार में बेरोजगारी दर देश में सबसे अधिक है। लाखों युवा डिग्री लेकर घरों में बैठे हैं। अगर परिवार में कोई सरकारी नौकरी वाला नहीं होता, तो उस घर की आर्थिक और सामाजिक स्थिति कमजोर हो जाती है। हमारा लक्ष्य है कि रोजगार का अवसर हर घर तक पहुंचे।
राजद नेता ने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी ने पहले भी रोजगार के मुद्दे पर गंभीरता दिखाई थी। जब वे उपमुख्यमंत्री थे, तब शिक्षकों की नियुक्ति, स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली और पुलिस विभाग में भर्तियों की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। लेकिन वर्तमान सरकार ने बेरोजगारी कम करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
तेजस्वी यादव के इस ऐलान से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह घोषणा युवाओं और बेरोजगारों को लुभाने का बड़ा प्रयास है। हालांकि, विपक्ष का कहना है कि यह सिर्फ चुनावी वादा है, जिसे पूरा करना व्यावहारिक रूप से कठिन होगा।
बहरहाल, इस घोषणा ने बिहार की चुनावी हवा को नया मोड़ दे दिया है। अब देखना यह होगा कि जनता इस वादे को कितना गंभीरता से लेती है और यह मुद्दा आगामी चुनाव में किस हद तक असर डालता है।