भागलपुर में एक पिता ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ 5 साल तक रेप किया। पिता से परेशान होकर 15 साल की पीड़िता अपने नाना-नानी के पास पहुंची। जिसके बाद नाना-नानी के साथ जाकर उसने थाने में पिता के खिलाफ शिकायत की। पीड़िता की शिकायत SSP की पहल पर लिखी गई लड़की ने अपने आवेदन में बताया कि उसके पिता नेवी से रिटायर्ड हुए हैं और फिलहाल गार्ड का काम करते हैं। पीड़िता ने बताया, ‘मैं जब पांचवी कक्षा में थी, उसी समय से पिता यौन उत्पीड़न कर रहे हैं। पापा से मैंने कहा- ये पाप है।’

नाबालिग ने आगे बताया, ‘मैं संबंध बनाने से इनकार किया तो पिता ने मेरा हाथ तोड़ दिया। वो अक्सर मेरा रेप करते हैं। विरोध करने पर वो हैवान की तरह मेरी मां और मुझे बंद कमरे में नंगा कर पीटते हैं।’
‘पिता की इन्हीं सब हरकतों के कारण मैं परेशान होकर 10 जून को अपनी मां के साथ ननिहाल आई, लेकिन पिता अगले दिन ही मेरे नानी घर पहुंच गए। वहां भी उन्होंने नशे में मेरे साथ यौन संबंध बनाने की कोशिश की।’ पीड़िता का आरोप है, इस मामले को लेकर वह महिला थाने पहुंची थी, लेकिन वहां पुलिसकर्मियों ने उल्टा लड़की को ही गलत ठहरा दिया। इसके बाद DG के निर्देश पर आरोपी पिता को हिरासत में लिया गया।
पीड़िता ने कहा, ‘जब मैंने पुलिस को जानकारी दी, तो पुलिस कहती है- ‘तुम झूठ बोल रही हो। बाप-बेटी के साथ ऐसा होता है क्या। अगर उनकी बेटी के साथ ऐसा होता, तो उन्हें कुछ पता चलता। मुझसे पुलिसकर्मी ने कहा- कपड़ा तुम खुद से भी फाड़ सकती हो।’ लड़की का कहना है, ‘जिसके अंदर हैवानियत होती है, वो बाप-बेटी का रिश्ता नहीं समझता है। क्या पत्नी के साथ गलत नहीं होता है, वो भी तो एक लड़की होती है ना। मैं नाना-नानी के सपोर्ट से पुलिस के पांच पहुंची हूं। मेरे साथ ये 5 साल से हो रहा है, लेकिन मैं कैसे बोलती। आज बोलने आई हूं, तो सब पीछे हट रहे हैं।’
महिला थाने में मुझसे कहा गया- ‘अगर तुम्हारा रिपोर्ट गलत आती है, तब तुम कहां जाओगी।’ लड़की के मुताबिक, शनिवार को वह अपने नाना-नानी के साथ SSP ह्रदय कांत के जनता दरबार में पहुंची। वहां शिकायत मिलने पर SSP ने पीड़िता को महिला थाना भेज दिया। जहां पीड़िता को 4 घंटे तक थाना में बैठाया गया।
पीड़िता ने DG मुख्यालय को फोन कर घटना की जानकारी दी। DG ने IG को फोन कर निर्देश दिया है। IG ने SSP को आदेश दिया। 4 घंटे के बाद पीड़ित का आवेदन स्वीकार कर मामला दर्ज किया गया। पीड़िता के पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस पूछताछ कर रही है। घटना स्थल पर जांच के लिए टीम को भेजा गया है। नाबालिग पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया।
पीड़िता ने बताया,
मेरे साथ जब पिता ने खगड़िया में नानी घर में यौन उत्पीड़न किया, तो मैं परबत्ता थाना गई थी, लेकिन वहां मेरा केस नहीं लिया गया।
SP बोले- FIR करने में देरी क्यों हुई, इसकी भी जांच होगी
सीटी SP शुभांक मिश्रा ने बताया, ‘पीड़िता आज ही भागलपुर आई है। सीनियर अधिकारियों के निर्देश पर महिला थाना में केस दर्ज हुआ है। थाने में डेढ़ बजे के आसपास सूचना मिली है। SSP के जनता दरबार में शिकायत हुई है।’
‘महिला थाने में लड़की को भेजा गया। FIR भी दर्ज कर ली गई है। FIR में 4 घंटे की देरी क्यों हुई है, इसकी मैं थाने में जाकर जांच करूंगा। महिला पदाधिकारी भी इस पूरे मामले की जांच करेंगी।’
15 लाख में केस मैनेज करने को कहा
एडवोकेट नीतू कुमारी ने कहा, ‘लड़की ने जब मुझे घटना की जानकारी दी तो मेरे पैरों के नीचे से मानो जमीन खिसक गई। मैं सोच में पड़ गई कि इस धरती पर क्या हो रहा है।’
‘लड़की के विरोध करने पर पिता नंगा करके पीटते हैं। लड़की चुपके से घर से नानी घर भागी थी। रात में फिर इसके साथ ऐसा करने की कोशिश हुई।’
‘नाना-नानी के साथ लड़की थाने पहुंची। पिता पैसा वाला है। नेवी से रिटायर्ड है। इसलिए पहले उसने थाने को भी मैनेज किया था। लड़की अभी छिपी हुई है।’ एडवोकेट ने आगे कहा, मैंने लड़की से कहा कि तुम SSP से मिलो। SSP ने महिला थाने भेजा। लड़की की मां का कहना है कि थाने में 15 लाख लेकर केस मैनेज करने की बात कही गई है।’