दरभंगा जिले के तारडीह प्रखंड स्थित ककोढ़ा गांव में मुहर्रम के जुलूस के दौरान शनिवार को एक बड़ा हादसा हो गया, जब जुलूस में शामिल एक झंडा 11 हजार वोल्ट के हाई वोल्टेज बिजली तार से टकरा गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग झुलस गए। इस दर्दनाक घटना ने उत्सव के माहौल को कुछ ही पलों में मातम में बदल दिया।

घटना उस समय हुई जब मदरसा चौक के पास ताजिया मिलान का कार्यक्रम चल रहा था। गांव के रणपरती इलाके में जैसे ही झंडा बिजली के तार से संपर्क में आया, पूरा इलाका करंट से दहल उठा। झटके से कई लोग नीचे गिर पड़े और कुछ लोगों के कपड़े तक जल गए।
घायलों में मुखिया श्रवण कुमार साहू, उपमुखिया सुरेश महतो, मो0 साजिद, मो0 हारून, मो0 रहमत, मो0 बिस्मिल और मो0 मिराज गंभीर रूप से घायल हैं। सभी को पहले तारडीह पीएचसी में भर्ती कराया गया, फिर गंभीर घायलों को डीएमसीएच दरभंगा रेफर किया गया। कुछ का इलाज स्थानीय स्तर पर भी किया जा रहा है।
दरभंगा के जिलाधिकारी कौशल कुमार ने हादसे की पुष्टि की है और जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सभी घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही यह भी जांच हो रही है कि जुलूस के दौरान बिजली आपूर्ति क्यों नहीं रोकी गई।
घटना के बाद पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है। लोगों ने प्रशासन की लापरवाही को हादसे की वजह बताया है। उनका कहना है कि हर साल मुहर्रम के मौके पर बिजली सप्लाई बंद की जाती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
अलीनगर, मनीगाछी और बेनीपुर से एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मौके पर मौजूद अधिकारी और पुलिस लोगों को संभालने में लगे हैं। ग्रामीणों ने दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है और भविष्य में त्योहारों के दौरान पुख्ता सुरक्षा इंतजाम की अपील की है। यह हादसा एक गंभीर चेतावनी बनकर सामने आया है कि थोड़ी सी लापरवाही भी जिंदगियों पर भारी पड़ सकती है।