नवजात के भीतर मिला जुड़वां! झारखंड में दुर्लभ ‘भ्रूण-में-भ्रूण’ केस, डॉक्टरों ने बचाई जान

झारखंड से एक चौंकाने वाला और दुर्लभ मेडिकल मामला सामने आया है, जिसने न केवल डॉक्टरों को हैरान कर दिया, बल्कि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में भी दर्ज हो गया है। दरअसल, एक नवजात बच्ची को जब असामान्य रूप से सूजे हुए पेट के साथ जन्म दिया गया, तो डॉक्टरों को शक हुआ कि मामला सामान्य नहीं है। जाँच के बाद पता चला कि उस नवजात बच्ची के शरीर के अंदर उसका आंशिक रूप से विकसित जुड़वां भ्रूण मौजूद है।

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यह स्थिति ‘भ्रूण-में-भ्रूण’ (Fetus-in-Fetu) कहलाती है, जो अत्यंत दुर्लभ होती है और लगभग हर 5 लाख जीवित जन्मों में से एक में पाई जाती है। जांच के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि नवजात के पेट के भीतर स्थित भ्रूण में रीढ़ की हड्डी और कुछ अन्य अंग आंशिक रूप से विकसित थे। यह जुड़वां पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया था, लेकिन वह गर्भ के दौरान ही नवजात के शरीर में समाहित हो गया।

 

रांची के एक प्रमुख निजी अस्पताल में इस जटिल स्थिति का सफल ऑपरेशन किया गया। सर्जनों की टीम ने अत्यंत सावधानी से नवजात के शरीर से आंशिक भ्रूण को निकालने में सफलता हासिल की। डॉक्टरों का कहना है कि ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा है और बच्ची अब सुरक्षित है।

 

अस्पताल के वरिष्ठ बाल सर्जन ने बताया, “हमने ऐसा मामला अपने जीवन में पहली बार देखा है। सर्जरी काफी जटिल थी लेकिन हमारी टीम की सतर्कता और अनुभव से हमने इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया। बच्ची अब स्वस्थ है और उसे कुछ ही दिनों में छुट्टी दे दी जाएगी।”

 

इस चमत्कारिक बचाव ने जहां बच्ची को नया जीवन दिया है, वहीं इस दुर्लभ केस ने मेडिकल जगत में एक खास पहचान भी बनाई है। डॉक्टरों ने इसे मेडिकल साइंस की दृष्टि से अनुसंधान का विषय बताया है और इस केस को डॉक्युमेंट करने की तैयारी शुरू कर दी है। यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि विज्ञान की दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं होता