झारखंड में फिर बदला मौसम का मिजाज, बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन का असर—कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

रांची : झारखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। बंगाल की खाड़ी में बने डीप डिप्रेशन का असर अब राज्य के विभिन्न हिस्सों में दिखाई देने लगा है। सोमवार सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए हुए हैं और तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। राजधानी रांची समेत जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, चाईबासा, सरायकेला, गिरिडीह और गुमला जैसे जिलों में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है।

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मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के अनुसार बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में बना यह डीप डिप्रेशन तेजी से उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। अनुमान है कि यह सिस्टम 28 अक्टूबर की शाम तक चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ (Montha) में तब्दील होकर आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा तट से टकराएगा। इसके बाद इसका असर झारखंड सहित बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी देखने को मिलेगा।

 

झारखंड में 28 से 31 अक्टूबर तक कई हिस्सों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, चतरा, गढ़वा, पलामू, लोहरदगा, रांची, बोकारो और हजारीबाग जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

 

तेज हवाओं के साथ तूफान की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। ऐसे में खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है। वहीं, बिजली विभाग को भी सतर्क किया गया है ताकि वज्रपात की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।

 

रांची मौसम केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि “चक्रवाती तूफान मोंथा का प्रभाव अगले चार दिनों तक झारखंड में बना रहेगा। इस दौरान कुछ स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बिना जरूरत घरों से बाहर न निकलें और खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें।”

 

झारखंड में बदलते मौसम के कारण सुबह-शाम ठंड का भी एहसास बढ़ गया है। पिछले 24 घंटे में औसत तापमान में करीब 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। किसानों और आम लोगों को मौसम विभाग के ताजा अपडेट पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके।