रांची: झारखंड के कई हाई-प्रोफाइल मामलों में अपनी तेज़तर्रार जांच शैली से चर्चित हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पूर्व अधिकारी कपिल राज ने आखिरकार सरकारी सेवा से विदाई ले ली है। केंद्र सरकार ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और इस संबंध में आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिया गया है।

कपिल राज पिछले आठ वर्षों से ईडी में प्रतिनियुक्ति पर थे। 2022 में उन्हें रांची जोन के संयुक्त निदेशक का अतिरिक्त प्रभार मिला, और यहीं पर काम करते हुए उन्हें अपर निदेशक के पद पर पदोन्नति भी मिली थी। रांची में उनके कार्यकाल के दौरान अवैध खनन, जमीन घोटाला, ग्रामीण विकास विभाग में कमीशनखोरी, मनरेगा घोटाला, और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों में उन्होंने कई बड़ी कार्रवाई की। उनके नेतृत्व में कई IAS अधिकारी और राजनीतिक दिग्गज जेल की हवा खा चुके हैं।
उनका दायरा सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं रहा। कोलकाता में तैनाती के दौरान उन्होंने ईसीएल घोटाले और पशु तस्करी जैसे चर्चित मामलों की भी जांच की थी।
दिसंबर 2024 में उन्हें उनके मूल विभाग — DDGI (दिल्ली) में अपर आयुक्त के रूप में वापस भेज दिया गया था। और अब, जुलाई 2025 में उन्होंने सरकारी सेवा से भी विदाई ले ली।