देवघर पुलिस ने खुद पर लगे आरोप को बताया झुठा , कहा -दो पहिया वाहन चेकिंग स्थल पर महिला की मौत नही हुई

देवघर:कुंडा थाना क्षेत्र के हटगढ़ मोड़ के पास रविवार को सड़क दुर्घटना में महिला की मौत होने पर देवघर पुलिस पर आरोप लग रहा था कि उसने ट्रैफिक चेकिंग के दौरान महिला को बाइक से खींच कर गिरा दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। जिस पर देवघर पुलिस की भारी किरकिरी हो रही थी लेकिन इस मामले की जांच शुरू हो गई और जांच में यह जानकारी सामने आई की घटना चेकिंग स्थल से तकरीबन 800 मीटर दूर घटी थी। लेकिन मृतक के परिजनों, स्थानीय नेताओं और उपद्रवी तत्वों ने नाजायज मजमा बनाकर देवघर के माहौल को खराब करने की कोशिश की।स्थानीय नेताओं ने निजी लाभ के लिए लोगों को दिग्भ्रमित कर सड़क जाम किया था और पुलिस पर हमला किया था। पुलिस को उपद्रवियों की तस्वीर मिल गई है अब इन पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है

सीसीआर डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद ने बताया

सीसीआर डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने जांच पूरी कर ली है।जांच में यह पाया गया कि जहां पर वाहनों की चेकिंग हो रही थी उस स्थान से करीब आधा किलोमीटर दूर यह घटना हुई थी, लेकिन मृतक के परिजनों, स्थानीय नेताओं और उपद्रवी तत्वों ने नाजायज मजमा बनाकर देवघर के माहौल को खराब करने की कोशिश की. स्थानीय नेताओं ने निजी लाभ के लिए लोगों को दिग्भ्रमित कर सड़क जाम किया था और पुलिस पर हमला किया था।अब पुलिस उपद्रवियों को चिह्नित कर कार्रवाई करेगी।

सीसीआर डीएसपी लक्ष्मण प्रसाद के मुताबिक दो मार्च को हुई थी घटना के मामले में सी सी एसआर डीएसपी ने बताया कि 2 मार्च को शाम 4 बजे मोहन साह अपनी मां को बाइक पर बिठाकर मानिकपुर से सारवां जा रहे थे. इस क्रम में पुलिस की चेकिंग हटगढ़ पुल के पास चल रही थी. मोहन साह हटगढ़ पुल पार कर गए थे. आगे जाने के बाद बाइक पर बैठी उनकी मां मेधा सदन हॉस्पिटल के पास गिर गईं थी. इसके बाद गंभीर हालत में उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया था. जहां डॉक्टरों ने जांच कर महिला को मृत घोषित कर दिया।

पुलिस पर लगे गंभीर इल्जाम

पुलिस पर लगे गंभीर इल्जाम के बाद SP अजीत पीटर डुंगडुंग के निर्देश पर पूरे मामले की तफ्तीश की गयी। जांच में जो बातें छन कर सामने आयी, वह सभी को चौंका गयी। दो मार्च को हथगढ़ पुल स्थित चेकिंग स्थल पर तैनात पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों ने खुलासा किया कि वहां कोई घटना घटी ही नहीं थी। सारवां जाने के क्रम में मोहन सिंह की मां रेणु देवी मेधा सदन हॉस्पिटल के पास बाइक से गिर गयी थी। जिन्हें आसपास के लोगों की मदद से मेधा सदन हॉस्पिटल में ही ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद स्थानीय नेताओं और कुछ लोगों के बहकावे में आकर मोहन सिंह के द्वारा अपनी मां की डेड बॉडी के साथ चेकिंग पॉइंट पर पहुंच कर बवाल किया गया। तफ्तीश में पता चला कि वाहन चेकिंग स्थल और दुर्घटना स्थल के बीच की दूरी करीब 500 से 700 मीटर है। चेकिंग पॉइंट पर किसी तरह की कोई घटना घटी ही नहीं। यह सब पुलिस की छवि धूमिल करने की साजिश है। सभी उपद्रवियों की तस्वीरें हासिल कर ली गयी है। पुलिस सभी के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई करेगी।