रांची: झारखंड में Guillain-Barre Syndrome नामक रहस्यमयी बीमारी का दूसरा मामला सामने आया है. शनिवार को रिम्स में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम के एक और संदिग्ध को भर्ती कराया गया. इस बीमारी की चपेट में 7 साल की बच्ची आई है. जहां उस बच्ची का इलाज रिम्स के पीडियाट्रिक वार्ड में डॉ सुनंदा झा की देखरेख में चल रहा है.
बता दें कि झारखंड की राजधानी रांची के बाद अब कोडरमा में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम की एक और संदिग्ध मामला सामने आया हैं. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया हैं. कोडरमा के उस बच्ची का इलाज पहले रांची के रानी अस्पताल में चल रहा था. मिली जानकारी के अनुसार, बच्ची को परिजन पहले निजी अस्पताल में भर्ती कराने ले गये थे, लेकिन मरीज के पास कार्ड राशन कार्ड नहीं होने के कारण आयुष्मान योजना के तहत उसको भर्ती नहीं लिया गया. इसके बाद डब्लूएचओ द्वारा संपर्क किया. शिशु वार्ड में वेंटिलेटर बेड अनुपलब्ध थे, लेकिन अन्य विभाग में शिफ्ट कर बच्ची का तत्काल इलाज शुरु किया गया.
बता दें कि कुछ दिन पहले (31 जनवरी को) गुइलेन-बैरे सिंड्रोम का पहला मामला रांची में सामने आया था. 5 साल की बच्ची इस बीमारी की चपेट में आई थी, बच्ची को सांस लेने में परेशानी और चलने-फिरने में समस्या हो रही थी, जिसके बाद उसे तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
Guillain-Barre Syndrome के लक्षण में एक ऑटोइम्यून न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर पाये जाते है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम अपने ही नसों पर हमला करती हैं. इससे मरीज को चलने-फिरने, सांस लेने में दिक्कत होती हैं. खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए या बीमारी खतरनाक साबित हो सकती हैं.