जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का आज जन्मदिन है। इस मौके पर हरियाणा के करनाल में उनके परिवार की ओर से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

इस भावुक अवसर पर शहीद की पत्नी हिमांशी ने कहा, “मैं चाहती हूं कि पूरा देश विनय के लिए प्रार्थना करे – कि वह जहां भी हों, स्वस्थ और खुश रहें।”उन्होंने कहा कि वह किसी के प्रति नफरत नहीं चाहतीं।”लोग मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं चाहते। हम शांति चाहते हैं। बेशक, हमें न्याय चाहिए, जिन्होंने विनय के साथ गलत किया, उन्हें सजा मिलनी चाहिए।”
कार्यक्रम के दौरान मंच पर हिमांशी कई बार भावुक होती नजर आईं। उनके साथ शहीद विनय की मां भी मौजूद थीं और एक पल ऐसा भी आया जब दोनों गले लगकर रो पड़ीं। मंच पर विधायक जगमोहन आनंद और करनाल की मेयर रेणु बाला गुप्ता भी मौजूद रहे। हिमांशी ने इस मौके पर अपनी मेंहदी दिखाई, जिसमें विनय का नाम लिखा था। कार्यक्रम स्थल पर एक पोस्टर लगाया गया जिस पर लिखा था – “हिंदुस्तान का लाल, विनय नरवाल।”
विनय की बहन सृष्टि ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा,”मैं सभी से अपील करती हूं कि रक्तदान के इस पुनीत कार्य में आगे आएं। लोग दूर-दूर से यहां आए हैं, मैं सबकी आभारी हूं।” उन्होंने कहा कि सरकार से विनय को शहीद का दर्जा देने की अपील की गई है और इस पर काम जारी है।
16 अप्रैल को हुई थी शादी, हनीमून पर हुए आतंकी हमले का शिकार
गौरतलब है कि 16 अप्रैल को विनय नरवाल और हिमांशी की शादी हुई थी। शादी के कुछ ही दिन बाद दोनों हनीमून मनाने पहलगाम गए थे जहां आतंकियों ने धर्म पूछकर विनय की उनके सामने ही हत्या कर दी थी। इस हमले में कुल 26 लोग मारे गए थे और 17 घायल हुए थे।
रक्तदान शिविर में जुटी भीड़ और लोगों की आंखों में आंसू विनय नरवाल की वीरता और उनके परिवार के साहस की गवाही दे रहे थे। विनय की शहादत आज न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश के लिए गर्व और दुख का विषय बनी हुई है।