पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के पीएस के घर समेत कई ठिकानों पर ED की रेड चल रही है और झारखंड के कई नेता अब शिकंजे में आ सकते है
दरासल आयुष्मान योजना में गड़बड़ी को लेकर ED की टीम ने जमशेदपुर समेत राजधानी रांची के कई जगहों पर एक साथ छापेमारी की है। शुक्रवार की सुबह-सुबह से ही सभी ठिकानों पर एक साथ रेड की गयी। ED की टीम एदलहातू, बरियातू, लालपुर, पीपी कंपाउंड, चिरौंदी, अशोक नगर में छापेमारी कर रही है।
बता दें कि साल 2025 में ED की यह पहली छापेमारी है। झारखंड सहित आयुष्मान भारत स्कैम मामले में ED ( प्रवर्तन निदेशालय ) की टीम ने कुल 21 जगहों पर रेड की है. यह कार्रवाई झारखंड के अलावा दिल्ली-1, यूपी-1 और पश्चिम बंगाल-2 में की जा रही है. शुक्रवार की सुबह-सुबह ही सभी ठिकानों पर एक साथ यह रेड की गयी है।
ईडी ने आयुष्मान भारत योजना में झारखंड में हुई गड़बड़ियों को लेकर हाल में ईसीआईआर (इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू की है। यह छापेमारी इसी मामले में उन लोगों के खिलाफ की जा रही है, जिनके घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग में संलिप्त होने की संभावना है।
एक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के दफ्तर में भी तलाशी की जा रही है। संसद में पेश भारत के नियंत्रक महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट (सीएजी) में भी आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ियों का खुलासा किया गया था। इसमें बताया गया था कि झारखंड में भी कई अस्पतालों ने मरीजों के फर्जी इलाज का बिल बनाकर सरकार से करोड़ों की राशि का भुगतान ले लिया।
यहां तक कि कई ऐसे लोगों के इलाज के नाम पर राशि निकाली गई, जिनकी मौत हो चुकी थी। सीएजी की इस रिपोर्ट के बाद ईडी ने झारखंड स्टेट हेल्थ सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ की गई कार्रवाई का ब्योरा मांगा था। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने कुछ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर की सूचना ईडी को भेजी थी।
बताया जा रहा है कि ईडी ने इसी एफआईआर के आधार पर ईसीआईआर के रूप में दर्ज कर जांच शुरू की है। झारखंड में आयुष्मान योजना के तहत करीब 750 से अधिक अस्पताल सूचीबद्ध हैं। इनमें से कई अस्पतालों में करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा करने की शिकायतें हैं।