झारखंड में एक ओर जहां सरकार द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना के लिए मंईयां सम्मान योजना की घोषणा की गई है, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के बुजुर्ग और बिधवा महिलाओं को कई महीनों से पेंशन नहीं मिली है।
वे पेंशन के लिए महीनों से भटक रहे हैं। वहीं होली का त्योहार पास होने की वजह से बुजुर्गों की चिंता और बढ़ गई है।
प्रखंड के बुजुर्गों व विधवा को कई माह से पेंशन नहीं मिल रहा है। वृद्ध व विधवा महीनों से पेंशन के लिए भटक रहे हैं। यदि स्थिति ऐसी ही रही तो होली पर्व फीका हो जाएगा। होली के पहले वृद्ध व विधवा पेंशन भुगतान की मांग कर रही हैं।
बुजुर्गों और विधवा महिलाओं को किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़े, इसलिए सरकार पेंशन योजना चला रही है। वहीं, अब अक्टूबर 2024 के बाद से पेंशन की राशि का भुगतान नहीं हुआ है। पेंशनधारियों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। पेंशनधारी बैंक और कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं।