Jamshedpur : सुंदरबन फेस 2 स्थित संजीवनी फ्लैट नंबर 325 में चोरों ने रविवार रात को लाखों रुपये के ज्वेलर्स और कैश की चोरी कर ली। यह घटना उस समय हुई जब फ्लैट के मालिक, शहर की मशहूर गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर दरख़शां अंजुम और उनके पति डॉक्टर शाहिद अनवर अपने पुराने फ्लैट में सोने चले गए थे। फ्लैट संख्या 325 में दोनों देर रात तक स्टडी कर रहे थे, लेकिन जब वे दूसरे फ्लैट में सोने के लिए गए, तब चोरों ने इस खाली फ्लैट का फायदा उठाया।
पीछे की दीवार से घुसे चोर
फ्लैट के पीछे की दीवार से सोसाइटी में एंट्री करके चोरों ने फ्लैट नंबर 325 में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोरों ने इस फ्लैट से ज्वेलर्स और कैश को चुराया और वहां से फरार हो गए। वहीं, फ्लैट संख्या 316 का ताला भी चोरों ने तोड़ा था, लेकिन वे यहां चोरी करने में असफल रहे। अगले दिन जब डॉक्टर दरख़शां और डॉक्टर शाहिद अपने फ्लैट पर लौटे, तो उन्होंने देखा कि फ्लैट का ताला टूटा हुआ है और घर का सामान बिखरा हुआ था। इसके अलावा सभी ज्वेलर्स और कैश गायब थे।
सुरक्षा व्यवस्था पर खडे़ हुए सवाल
सुंदरबन फेस 2 की इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस सोसाइटी में जहां सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किए जाने की बात की जाती है, वहीं घटना से यह स्पष्ट हो गया कि सुरक्षा व्यवस्था में कहीं न कहीं बड़ी खामी है। सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और गेट पर सुरक्षा गार्ड भी तैनात हैं, लेकिन फिर भी इस प्रकार की घटना का घटित होना सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर करता है।
पहले भी हो चुकी है चोरी की घटना
सोसाइटी के निवासियों के मुताबिक, इससे पहले भी कुछ अन्य चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें मोबाइल और अन्य छोटे-मोटे सामान चोरी हो गए थे। एक निवासी ने बताया कि उनके और उनके दोस्त के घर से भी मोबाइल चोरी किया गया था, लेकिन तब भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी। इस घटना ने सुरक्षा को लेकर नागरिकों के मन में असुरक्षा की भावना को और बढ़ा दिया है।
सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग
स्थानीय नागरिक अब इस बात की मांग कर रहे हैं कि सोसाइटी की सुरक्षा को और मजबूत किया जाए। उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन और सोसाइटी प्रबंधन इस घटना से सबक लेकर सुरक्षा उपायों में सुधार करेंगे, ताकि आगे कोई इस तरह की घटना न हो।
इस घटना ने यह भी सवाल खड़ा किया है कि क्या सोसाइटी की सुरक्षा व्यवस्था केवल दिखावे के लिए है या सचमुच वहां रहने वालों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। ऐसे में जब बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं और सुरक्षा के नाम पर भारी-भरकम खर्च किया जाता है, तो इस प्रकार की घटनाओं का होना, वहां के निवासियों को चिंता में डाल देता है।