रामगढ़ जिले में एक बेटे ने अपनी बीमार विधवा मां को घर में कैद कर दिया और खुद कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज चला गया। 4 दिन बाद यह मामला तब सामने आया जब बुजुर्ग मां ने दरवाजा खटखटाना शुरू किया। यह घटना रामगढ़ थाना क्षेत्र के सिरका-अरगड्डा की है। 68 वर्षीय संजू देवी का इकलौता बेटा अखिलेश प्रजापति सीसीएल कर्मचारी है। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कुंभ स्नान के लिए चला गया, लेकिन बीमार मां को घर में ताला लगाकर छोड़ दिया।
पड़ोसियों ने ताला तोड़कर महिला को बचाया
मां संजू देवी किसी तरह घिसटते हुए दरवाजे तक पहुंचीं और आवाज लगाई। पड़ोसी इबरार को जब खटखटाने की आवाज आई, तो उन्होंने झांककर देखा और तुरंत आसपास के लोगों को बुलाया। इसके बाद गेट पर लगा ताला तोड़कर महिला को बाहर निकाला गया।
भूख और कमजोरी से बेहाल मिली बुजुर्ग महिला
संजू देवी की बेटी शालिनी कुमारी को जब घटना की सूचना मिली, तो वह अपने मामा मनसा महतो और मौसेरे भाई मिथुन प्रजापति के साथ वहां पहुंचीं। महिला काफी कमजोर हो चुकी थी और उनके हाथ-पैर में गंभीर जख्म थे, जिससे बदबू आ रही थी।
बेटे को मां की सरकारी नौकरी मिली थी
स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ साल पहले संजू देवी ने अपनी सरकारी नौकरी अपने बेटे अखिलेश को दे दी थी। लेकिन अब वही बेटा उन्हें घर में कैद कर छोड़कर चला गया। फिलहाल बुजुर्ग महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।