कोल्हान विश्वविद्यालय इन दिनों अपनी बदहाली पर बहा रहा आंसू , कई वर्षों से कुलपति का पद खाली, शिक्षक कर्मचारीयों का कई दिनों से नहीं हुआ तबादला।

Jharkhand: कोल्हान विश्वविद्यालय इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. विश्वविद्यालय में कुलपति का पद मई 2023 से खाली है. पूर्व कुलपति डॉ गंगाधर पांडा के रिटायर होने के बाद अब तक किसी की नियुक्ति नहीं हो सकी है.

कोल्हान आयुक्त को सौंपा गया है कुलपति का प्रभार

राजभवन की ओर से कुलपति का प्रभार कोल्हान आयुक्त को सौंपा गया है. एक साल से आयुक्त प्रभार में हैं. उन्हें सिर्फ वेतन, पेंशन व अन्य रुटीन कार्य की जिम्मेदारी दी गयी है. नीतिगत फैसले लेने का अधिकार उन्हें नहीं है.

कई महत्वपूर्ण काम हो गए हैं ठप

नतीजा विश्वविद्यालय में कई महत्वपूर्ण कार्य ठप हो गये हैं. विश्वविद्यालय का समग्र विकास नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में प्रोवीसी, रजिस्ट्रार, फाइनांस ऑफिसर के साथ-साथ सीसीडीसी के पद भी रिक्त हैं. सभी पद प्रभारी के भरोसे चल रहे हैं. इसका खामियाजा झारखंड के छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है. ना तो समय पर डिग्री सर्टिफिकेट मिल रहा है और ना ही किसी तरह का प्रमाण पत्र. प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी कई काम प्रभावित हो रहे हैं.

कई वर्षों से नहीं हो पाया है महाविद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षकों और कर्मचारीयों का तबादला. 

कोल्हान विश्वविद्यालय में प्रभारी वीसी होने के कारण कई वर्षों से एक ही जगह मे टीके हुए शिक्षकों और कई कर्मचारीयों का तबादला नहीं हुआ है जिसके कारण शिक्षकों का मनोबल बढ़ गया है और कई शिक्षक विद्यार्थियों को समय सारणी के अनुसार पढ़ाते भी नहीं हैं जिसका पूरा असर विद्यार्थियों के ऊपर पड़ रहा है.