Jharkhand: जंगल और पहाड़ से घिरे डुमरिया पंचायत के मारीकेल बाटी दरी गांव में रविवार को सड़क की सुविधा नहीं रहने से फिर खाट पर प्रसव पीड़िता को ले जाया गया. मारीकेल बाटी दरी निवासी सुमंती बागे दो दिन से प्रसव पीड़ा से परेशान थी. गांव तक पहुंचने के लिए सड़क की सुविधा नहीं है, जिसके कारण यहां एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है. इस कारण सुमंती को अस्पताल जाने में काफी दिक्कत हो रही थी.

जिसकी जानकारी डुमरिया पंचायत के मुखिया लूथर भुइंया एवं रौतिया समाज के अध्यक्ष महेश सिंह को हुई. उनलोगों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर सुमंती बागे को खाट पर लिटाकर दो किलोमीटर की दूरी तय कर की. पक्की सड़क पर पहुंचने के बाद वहां से महेश सिंह ने अपनी कार से सुमंति बागे को अस्पताल पहुंचाया.
मुखिया लूथर भुइंया ने प्रशासन से सड़क बनाने की मांग की है, जिससे ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा हो सके. बता दें कि जिले के बानो, जलडेगा एवं पाकरटांड़ प्रखंडों से पूर्व में भी ऐसी तस्वीरें देखने को मिली हैं. इन गांवों में अभी तक पक्की सड़क नहीं बनी है.
इस मामले में उपायुक्त कंचन सिंह ने संज्ञान लेते हुए बानो प्रखंड की मेडिकल टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं. साथ ही सड़क सुविधा पर आवश्यक कार्रवाई की बात कही है.