Ranchi: तैयार हो जाइए आसमान में चलने के लिए, क्योंकि झारखंड चार हैरतअंगेज ग्लास ब्रिज के साथ अपने पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला है! राज्य सरकार ने इस शानदार योजना को हरी झंडी दे दी है, जो पतरातू घाटी, दशम फॉल और नेतरहाट के दो खूबसूरत स्थानों—मैगनोलिया प्वाइंट और कोयल व्यू प्वाइंट—की शोभा बढ़ाएंगे। इन अद्भुत ब्रिजों को हकीकत में बदलने की जिम्मेदारी पथ निर्माण विभाग को सौंपी गई है।
सपनों को रफ्तार
इस प्रोजेक्ट को तेजी से शुरू करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है और एक कंसलटेंट को चुनने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। यह विशेषज्ञ न सिर्फ पर्यावरण पर प्रभाव का आकलन करेगा, बल्कि इन ब्रिजों से होने वाली कमाई का भी हिसाब लगाएगा। निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है, तो रोमांच के दीवानों, तैयार रहें!
नेतरहाट में डबल धमाल
झारखंड का खूबसूरत हिल स्टेशन नेतरहाट दो ग्लास ब्रिजों के साथ दोगुना रोमांच देने को तैयार है:
मैगनोलिया प्वाइंट ग्लास ब्रिज – प्रकृति के सबसे शानदार नजारों का गवाह।
कोयल व्यू प्वाइंट ग्लास ब्रिज – जहां आसमान और शांति का मिलन होता है।
इन दोनों ब्रिजों के लिए एक खास पैकेज तैयार किया गया है, जो नेतरहाट को पर्यटन का ताज बना देगा।पतरातू घाटी और दशम फॉल भी शामिल
दूसरे पैकेज में झारखंड के दो और शानदार पर्यटन स्थल शामिल हैं:
पतरातू घाटी व्यू प्वाइंट – एक शानदार नजारा जो दिल चुरा लेगा।
दशम फॉल – झरने की गर्जना के ऊपर चलने का रोमांच।
ये स्थान जल्द ही साहसिक यात्रियों और प्रकृति प्रेमियों की फेवरेट लिस्ट में शामिल हो जाएंगे।
ग्लास ब्रिज का अनोखा अंदाज
ये ब्रिज सिर्फ बनावट नहीं, बल्कि रोमांच का दूसरा नाम होंगे:
चौड़ाई: 3 मीटर—नजारे देखने के लिए भरपूर जगह।लंबाई: 45 मीटर—दिल धड़काने वाला पारदर्शी सफर।रेलिंग की ऊंचाई: 1.2 मीटर—सुरक्षा और रोमांच का सही मिश्रण।
प्रकृति का रखेंगे ख्याल
सरकार ने साफ निर्देश दिए हैं कि इन ब्रिजों के निर्माण से जंगलों और वन्यजीवों को कोई नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए। इसके लिए कंसलटेंट को खास अध्ययन करने को कहा गया है, ताकि रोमांच के साथ-साथ पर्यावरण की हिफाजत भी हो सके।
पर्यटन का नया अध्याय
यह कदम झारखंड को पर्यटन के वैश्विक नक्शे पर लाने वाला है। नेतरहाट की धुंधली ऊंचाइयों से लेकर पतरातू की रंगीन घाटी और दशम फॉल की गूंजती लहरों तक, ये ग्लास ब्रिज एक अनोखा रोमांच देंगे। पर्यटकों की भीड़ बढ़ेगी, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और झारखंड की प्राकृतिक सुंदरता को देखने का एक नया तरीका सामने आएगा।तो, क्या आप तैयार हैं इस रोमांचक किनारे पर कदम रखने के लिए? झारखंड के ग्लास ब्रिज आपका इंतजार कर रहे हैं!