जमशेदपुर के निरुप मोहंती ने रचा इतिहास, बने देश के पहले सिविलियन जिन्हें मिलिट्री जेट उड़ाने का मिला है लाइसेंस

जमशेदपुर के रहने वाले निरुप मोहंती ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अगर किसी चीज को पाने की चाहत हो तो इंसान बड़े से बड़े मुकाम तक पहुंच सकता है। निरुप मोहंती देश के पहले सिविलियन बन गए हैं जिन्हें मिलिट्री जेट उड़ाने का लाइसेंस मिला है। उन्हें यह लाइसेंस इंग्लैंड में प्रदान किया गया है। निरुप मोहंती ने न केवल जेट विमान को उड़ाया, बल्कि 7 घंटे तक सैन्य जेट विमान को उड़ाकर अपनी सारी ट्रेनिंग पूरी की। उन्होंने यह उपलब्धि इंग्लैंड में हासिल की और उनकी पत्नी रुपा मोहंती भी इस उपलब्धि के वक्त उनके साथ थीं।

निरुप मोहंती ने दिये गए एक इंटरव्यू मे बताया कि उन्होंने कई विमान उड़ाए हैं, लेकिन उनका सपना था कि किसी भी तरह से मिलिट्री जेट उड़ाया जाए। उन्होंने इसकी जानकारी हासिल की और फिर इसकी ट्रेनिंग इंग्लैंड में ली। करीब 70 साल की उम्र में निरुप मोहंती ने यह सफलता हासिल की। उन्होंने जेट प्रोवोस्ट विमान की उड़ान भरी। निरुप मोहंती का सपना था अपना हवाई जहाज हो, जिसे उन्होंने 1.50 करोड़ रुपये में खरीदा था। उन्होंने ‘सेसना 172 स्काइहॉक’ नामक हवाई जहाज खरीदा था, जिसे सोनारी एयरपोर्ट पर रखा गया था। निरुप मोहंती और उनकी पत्नी रुपा मोहंती पायलट रहे हैं और उन्होंने अपने शौक के लिए हवाई जहाज खरीदा था।

निरुप मोहंती कॉमर्शियल और प्राइवेट पायलट लाइसेंस होल्डर हैं और उन्होंने 1976 से अपनी पत्नी के साथ निजी उड़ान भरते रहे हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ग्रेट आउटबैक एयर नेविगेशन एडवेंचर 1997 में भाग लेने वाले पहले एशियाई बने थे।