बागलकोट में जब बाकी लोग रिजल्ट आने पर सिर पकड़ कर बैठे थे, वहीं एक परिवार ने सोचा- “फेल हुआ है? कोई बात नहीं, पहले केक काटते हैं!” जी हां, यहां माता-पिता ने अपने बेटे के कक्षा 10 में फेल होने पर निराश होने के बजाय केक काटकर जश्न मनाया और सबका ध्यान खींच लिया. उनके बेटे को 600 में से सिर्फ 200 अंक मिले, यानी मात्र 32 प्रतिशत, जो पासिंग मार्क्स से काफी कम है. लेकिन माता-पिता ने नकारात्मक माहौल बनाने के बजाय बेटे का मनोबल गिरने नहीं दिया.

उन्होंने परिवार और दोस्तों को बुलाया, केक काटा और कहा कि यह असफलता अंत नहीं है, बल्कि नई शुरुआत का मौका है. उनका मानना है कि दबाव डालने से बच्चों का आत्मविश्वास टूटता है, इसलिए वे अपने बेटे को और मेहनत करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है, जहां लोग माता-पिता के इस सकारात्मक रवैये की सराहना कर रहे हैं.