Jamshedpur: नाबालिग बेटी ने माता-पिता को दी मुखाग्नि, कहा- न्याय के लिए मरते दम तक लड़ूंगी

जमशेदपुर में शनिवार की रात नो एंट्री में घुसे हाइवा की चपेट में आने से मृत देवाशीष चौधरी और उनकी पत्नी नुपूर चौधरी का अंतिम संस्कार रविवार देर रात हुआ। अनाथ हो चुकी नाबालिग बेटी त्रिषाणी चौधरी ने माता-पिता को मुखाग्नि दी। त्रिषाणी दोनों के शव के पैर के पास बैठकर रोती रही और कहती रही कि मैं माता-पिता के पैर छूकर कमस खाती हूं कि न्याय के लिए मरते दम तक लडूंगी, ताकि मेरी तरह कोई दूसरा अनाथ न हो। परिवार वालों के मुताबिक, त्रिषाणी चौधरी अगले तीन दिनों तक घर पर रहकर विधि विधान को पूरा करेगी।

फिर वह आगे कहां रहेगी, इसका निर्णय उसके फुआ व परिवार के अन्य लोग लेंगे। बागबेड़ा थाना में त्रिषाणी चौधरी के बयान पर हाइवा चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। घटना के बाद गाड़ी मालिक ने 10 लाख रुपए मुआवजा पर समझौता किया। दो लाख रुपए नकद दिया गया। परसुडीह प्रमथनगर क्लब रोड निवासी टाटा स्टील के रिटायर्ड कर्मी देवाशीष चौधरी और उनकी पत्नी नुपूर शनिवार देर शाम बाइक से घर लौट रहे थे। रात करीब 8 बजे रेलवे स्टेशन रोड पर भाजपा कार्यालय के पास हाइवा की चपेट में आने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार में अब दंपती की नाबालिग बेटी त्रिषाणी चौधरी अकेली रह गई है।