पुणे: पुणे बस स्टैंड में शिवशाही बस में महिला से रेप के मामले में ट्विस्ट आ गया है आरोपी के वकील ने बहस के दौरान कहा कि पीड़िता को मदद चाहिए होती तो वह चिल्ला सकती थी। इस बीच, उनके दूसरे वकील ने दावा किया कि यह कृत्य सहमति से हुआ था। बता दें कि पुणे में शिवशाही बस में 26 साल की महिला से रेप करने वाला आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे 12 मार्च तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया है।
इस बीच गाडे के वकील ने कोर्ट से शुक्रवार को कहा कि कि यह घटना सहमति से हुई।आरोपी के एक अन्य वकील ने कहा कि ‘रेप जब हो रहा था तो वह शोर मचा सकती थी, कुछ भी जोर-जबर्दस्ती से नहीं हुआ।’ आरोपी के वकील साजिद शाह ने कहा कि ‘आरोपी को 12 मार्च तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया है। उसके बचाव में हमने कोर्ट को बताया कि दोनों के बीच जो कुछ भी हुआ, वह उनकी सहमति से हुआ।’

आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे (37) को पुणे जिले की शिरूर तहसील में बृहस्पतिवार आधी रात के आसपास ड्रोन और खोजी श्वान की मदद से चलाए गए व्यापक तलाश अभियान के बाद धान के खेत से पकड़ा गया था। उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया और भारी पुलिस सुरक्षा के बीच पुणे सत्र न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत में रिमांड अर्जी दी और गाडे की 14 दिनों की हिरासत मांगी।
‘मीडिया ट्रायल’ का सामना करना पड़ रहा है-वकील
उसने अदालत को बताया कि आरोपी ने मंगलवार सुबह स्वारगेट टर्मिनल पर 26 वर्षीय पीड़िता को बातचीत में उलझा लिया और उसे ‘दीदी’ कहकर बुलाया तथा उसे डिपो परिसर में खड़ी ‘शिव शाही’ बस के अंदर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। वहीं, आरोपी की ओर से पेश हुए वकील वाजिद खान ने अदालत को बताया कि उनके मुवक्किल को ‘मीडिया ट्रायल’ का सामना करना पड़ रहा है और उन्होंने दावा किया कि शिकायतकर्ता खुद बस के अंदर गई थी। खान ने अदालत को बताया, ‘आपसी सहमति से (उनके बीच) शारीरिक संबंध बना था।’ अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद गाडे को 12 मार्च तक पुलिस की हिरासत में भेज दिया।
फलटण के लिए बस का इंतजार कर रही थी
पीड़िता के अनुसार, जब वह मंगलवार सुबह करीब पांच बजकर 45 मिनट पर एक प्लेटफॉर्म पर सतारा जिले के फलटण के लिए बस का इंतजार कर रही थी, तभी एक व्यक्ति उसके पास आया और उसे ‘दीदी’ कहकर संबोधित किया। पीड़िता ने बताया कि व्यक्ति ने उसे बातचीत में उलझा लिया और कहा कि सतारा के लिए बस दूसरे प्लेटफॉर्म पर आ गई है। वह उसे स्टेशन परिसर में ही खड़ी खाली ‘शिव शाही’ एसी बस में ले गया। बस के अंदर लाइट नहीं जली थीं, इसलिए महिला पहले तो बस में चढ़ने से हिचकिचाई, लेकिन व्यक्ति ने उसे यकीन दिलाया कि यही सही वाहन है। घटना के बाद, राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने राज्य भर के सभी बस स्टैंड और डिपो की तत्काल सुरक्षा जांच का आदेश दिया है। गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, मंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि बस स्टेशनों और डिपो में खड़ी सभी पंजीकृत बसें और परिवहन कार्यालयों द्वारा जब्त किए गए वाहन अप्रैल तक हटा दिए जाएं महिला यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंत्री सरनाईक ने बस स्टेशनों पर महिला सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।