जमशेदपुर : जमशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र के अंतर्गत रूहीडीह स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी ज्योति सिंह हत्याकांड मामले का पुलिस ने उद्भेदन किया, जिसमें ज्योति के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहे प्रेमी विजय मोहन सिंह (43) को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. इस संदर्भ में ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि इन दोनों के बीच 18 अप्रैल को नोंक-झोंक और झगड़ा हुआ, जिसके बाद विजय मोहन सिंह ने बागवानी करने वाला घर में पड़ा गैंता के नुकिला भाग से आरोग्य आयुष्मान के वैक्सिनेश्न रूप में तीन-चार बार सिर पर प्रहार कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. वहीं ज्योति की मौत रिम्स में इलाज के दौरान हो गयी. उन्होंने बताया कि मृतका ज्योति किसी दूसरे व्यक्ति से मोबाइल पर बात करती थी और उन्हें इग्नोर करने लगी थी, जिससे विजय का शक बढ़ता गया और गुस्से में आकर उन्होंने घटना को अंजाम दिया. ये दोनों एक दूसरे के साथ 2019 से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे.

हत्या की पृष्ठभूमि
मामले का उद्भेदन करते हुए ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि ज्योति महतो के भाई प्रेम प्रकाश महतो के फर्दबयान पर 18 अप्रैल को एमजीएम थाना में एक मामला दर्ज किया गया था. घटना के दिन आरोपी विजय मोहन सिंह ने वैक्सिनेशन रूम में गैंते के नुकिले भाग से तीन-चार बार सिर पर वार कर ज्योति को गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिसके बाद उन्हें टीएमएच से रांची के मेडिका अस्पताल रेफर किया गया, जहां 23 अप्रैल को उनकी मृत्यु हो गई थी. बचने के लिए आरोपी ने हमले की झूठी कहानी बनाई थी.
आरोपी ने अपनी संलिप्ता स्वीकारी
विजय मोहन सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 से वह ज्योति महतो के साथ रह रहा था. दोनों ने मंदिर में शादी की थी, हालांकि इसका कोई दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध नहीं है. हाल के दिनों में ज्योति के किसी अन्य व्यक्ति से फोन पर लगातार बात करने से वह संदेह और मानसिक तनाव में था. इसी कारण 18 अप्रैल की सुबह वैक्सिनेशन रूम में झगड़े के दौरान उसने गैंते से वार कर दिया था. पुलिस ने दो दिनों तक आरोपी से पूछताछ की और शनिवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.