महाकुंभ भगदड़ – मुस्लिमों ने मदद के लिए खोलीं मस्जिदें

हाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन मची भगदड़ के बाद शहर में जगह जगह फंसे श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराजवासियों ने अपने दरवाजे खोल दिए. मुसलमानों ने श्रद्धालुओं के लिए इमामबाड़ा खोलकर सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिशाल पेश की. किसी ने अपने बारामदे में क्षमता के अनुरू श्रद्धालुओं को रात गुजाने की जगह दी तो किसी ने भंडारा कर श्रद्धालुओं के लिए भोजन पानी का इंतजाम किया.मौनी अमावस्या की रात 1:30 बजे संगम नोज पर भगदड़ मच गई. इसमें 30 से अधिक लोग मारे गए. 70 घायल हुए. प्रयागराज व उसके आसपास के जिलों की सड़कों पर 9 से 10 करोड़ श्रद्धालु फंस गए.

भगदड़ के बाद प्रयागराज आए श्रद्धालुओं और सीमाओं पर जाम में फंसे लोग खाने पीने की चीजों को तरस गए. इस दशा में प्रयागराज के मुसलमानों ने गंगा–जमुनी तहजीब की मिशाल पेश करते हुए खुल्दाबाद सब्जीमंडी मस्जिद, बड़ा ताजिया इमामबाड़ा, हिम्मतगंज दरगाह और चौक मस्जिद में लोगों के लिए ठहरने की व्यवस्था की गई. इसके अलावा शाहगंज के लोगों ने भी अपने घरों में श्रद्धालुओं को ठहरने की जगह दी. उन्हें चाय नाश्ता कराया, खाना खिलाया. जगह-जगह भंडारे हुए. हलवा पूरी और सब्जी बना कर खिलाई गई.