स्टील एक्सप्रेस: 55 वर्षो का गौरवशाली सफर किया पूरा, आइए एक नजर डालते है इतने सालों के इतिहास पर

स्टील एक्सप्रेस (Train No. 12813/12814) भारतीय रेलवे की एक महत्वपूर्ण ट्रेन है, जो पश्चिम बंगाल के हावड़ा और झारखंड के टाटानगर के बीच चलती है। आज इस ट्रेन ने अपने 55 गौरवशाली वर्ष पूरे कर लिए हैं। 1 अप्रैल 1970 को शुरू हुई इस ट्रेन ने वर्षों से लाखों यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा प्रदान की है। 55 वर्ष पूरे होने के अवसर पर दक्षिण पूर्व रेलवे फैंस क्लब के सदस्य मंगलवार सुबह इस ट्रेन को फूलों से सजा कर रवाना किया। रेलवे फैंस क्लब के सदस्य शशांक शेखर ने इस संबंध में टाटानगर स्टेशन निदेशक को में पत्र सौंपा। बताया जाता है कि यात्रियों की मांग पर अप्रैल 1970 में इस ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था, और तब से यह जमशेदपुर व कोल्हान क्षेत्र के यात्रियों की पहली पसंद बनी हुई है।

 

ट्रेन का इतिहास और उद्देश्य

टाटानगर और हावड़ा के बीच 55 वर्षों से संचालित स्टील एक्सप्रेस हजारों यात्रियों के सफर का महत्वपूर्ण हिस्सा बनी हुई है। इसके परिचालन के 55 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में दक्षिण पूर्व रेलवे फैंस क्लब के सदस्य मंगलवार सुबह इस ट्रेन को फूलों से सजा कर रवाना करेंगे। रेलवे फैंस क्लब के सदस्य शशांक शेखर ने इस संबंध में टाटानगर स्टेशन निदेशक को पत्र सौंपा है। बताया जाता है कि यात्रियों की मांग पर अप्रैल 1970 में इस ट्रेन का संचालन शुरू किया गया था, और तब से यह जमशेदपुर व कोल्हान क्षेत्र के यात्रियों की पहली पसंद बनी हुई है।

 

स्टील एक्सप्रेस का शुभारंभ मुख्य रूप से टाटानगर (जमशेदपुर) में स्थित टाटा स्टील के कर्मचारियों और व्यापारियों की सुविधा के लिए किया गया था। टाटा स्टील भारत की सबसे पुरानी और प्रमुख इस्पात कंपनियों में से एक है, और हावड़ा से टाटानगर के बीच एक तेज़, समयनिष्ठ और आरामदायक रेल सेवा की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस ट्रेन को इस्पात उद्योग से जुड़ी महत्वपूर्ण कड़ी मानते हुए “स्टील एक्सप्रेस” नाम दिया गया।

 

रफ्तार: स्टील एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की सुपरफास्ट ट्रेनों में से एक है और इसकी औसत गति 60-65 किमी/घंटा रहती है।

 

कोच: इसमें एसी चेयर कार, स्लीपर कोच और जनरल कोच शामिल होते हैं, जिससे यह सभी वर्गों के यात्रियों के लिए उपयुक्त बनती है।

 

55 वर्षों की यात्रा और अपग्रेडेशन

बीते 55 वर्षों में स्टील एक्सप्रेस ने कई अपग्रेड देखे हैं। शुरुआत में यह ट्रेन केवल साधारण कोचों के साथ चलाई गई थी, लेकिन धीरे-धीरे इसमें आधुनिक एलएचबी (LHB) कोच जोड़े गए, जिससे सुरक्षा और आराम बढ़ा। डिजिटल टिकटिंग, बायो-टॉयलेट, और ऑनबोर्ड कैटरिंग जैसी सुविधाओं ने इसे और यात्रियों के अनुकूल बना दिया।

 

महत्व और लोकप्रियता

स्टील एक्सप्रेस केवल एक ट्रेन नहीं, बल्कि हावड़ा और टाटानगर के बीच लाखों यात्रियों की जीवन रेखा बन चुकी है। यह व्यापारियों, छात्रों, कर्मचारियों और पर्यटकों के लिए एक भरोसेमंद परिवहन साधन है। इसके नियमित और समयनिष्ठ संचालन के कारण इसे “सबसे भरोसेमंद सुपरफास्ट ट्रेन” का दर्जा भी मिला है।