चाईबासा नाबालिग जेल में हड़कंप, गेट तोड़कर भागे कई किशोर, सुरक्षाकर्मियों पर भी हमला, देखें Video

चाईबासा: मंगलवार शाम चाईबासा के बाल सुधार गृह में हंगामा हो गया। वहां मौजूद बच्चों ने जमकर तोड़फोड़ की, सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया और फिर भाग निकले। भागने से पहले उन्होंने सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए।

 

कैसे हुई घटना?

बताया जा रहा है कि बच्चे सुधार गृह के गेट का ताला तोड़कर फरार हो गए। शुरुआती जानकारी के अनुसार, भागने वाले बच्चों की संख्या दर्जनों में हो सकती है। शाम के समय बच्चे सुधार गृह के अंदर खेल रहे थे। तभी किसी बात पर उनमें झगड़ा हो गया, जो जल्दी ही मारपीट में बदल गया। गुस्से में उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी और फिर गेट तोड़कर भाग गए।

प्रशासन सतर्क, अधिकारी मौके पर पहुंचे

घटना की खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। प्रशिक्षु आईपीएस निखिल राय, एसडीपीओ बहामन टुटी, एसडीओ संदीप अनुराग टोपनो, सदर सीओ उपेंद्र कुमार और मुफ्फसिल थाना प्रभारी रंजीत उरांव तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।

भागे हुए बच्चों की तलाश जारी

फिलहाल पुलिस आसपास के इलाकों में बच्चों को ढूंढ रही है। अधिकारियों का कहना है कि सभी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। इस घटना से सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ गए हैं। प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है और लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई हो सकती है।

 

मामले की जांच के बाद तैयार होगा एक्शन प्लान

पश्चिम सिंहभूम के डीसी कुलदीप चौधरी ने बाल सुधार गृह से बच्चों के फरार होने की घटना को बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए कहा कि बाल सुधार गृह में कई अनियमितताएं पाई गई हैं, जिन पर प्रशासन सख्ती से कार्रवाई करेगा।

 

डीसी ने जानकारी दी कि बाल सुधार गृह से कुल 21 बच्चे फरार हुए थे, जिनमें से एक बच्चे का पता लगा लिया गया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि बाल बंदियों ने उपद्रव मचाकर और तोड़फोड़ कर फरार होने की कोशिश की।

 

इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए एक विशेष एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। डीसी के अनुसार, बाल सुधार गृह में कुल 85 बच्चे थे, जिनमें से 21 फरार हो गए। फिलहाल, यह जांच की जा रही है कि सुरक्षा में कहां चूक हुई और बच्चे किस तरह भागने में सफल रहे। सभी पहलुओं की गहन समीक्षा के बाद प्रशासन एक ठोस एक्शन प्लान तैयार करेगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।