Seraikela : कपाली में युवक की पत्थर से कूचकर हत्या मामले का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार

सरायकेला-खरसावां जिला के कपाली ओपी क्षेत्र अंतर्गत ताजनगर में 15 अप्रैल को 30 वर्षीय मोहम्मद हुसैन की पत्थर से कूचकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कपाली ओपी में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

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मृतक मोहम्मद हुसैन

तकनीकी व मानवीय साक्ष्य के आधार पर तीन आरोपी गिरफ्तार

सरायकेला-खरसावां एसपी के निर्देश पर चांडिल एसडीपीओ अरविंद कुमार बिन्हा के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया। जांच के दौरान तकनीकी और मानवीय साक्ष्य के आधार पर कपाली निवासी मोहम्मद सलाउद्दीन, मोहम्मद अब्दुल अंसारी उर्फ सोनू और गोलमुरी निवासी मोहम्मद कलीम को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान तीनों ने हत्या की बात कबूल की।

 

चोरी के शक ने ली जान

एसडीपीओ अरविंद कुमार बिन्हा ने बताया कि हत्या का कारण आपसी रंजिश और शक था। दरअसल, सलाउद्दीन के भाई के घर में कुछ दिन पहले चोरी हुई थी। सलाउद्दीन को शक था कि मोहम्मद हुसैन ने ही चोरी की है। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ। इसके बाद सलाउद्दीन ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर ताजनगर स्थित एक सुनसान प्लॉट में मोहम्मद हुसैन को ले जाकर उसकी हत्या कर दी।

 

दोनों पक्षों का आपराधिक इतिहास

पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी मोहम्मद सलाउद्दीन का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। वह हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। वहीं, मृतक मोहम्मद हुसैन भी वर्ष 2022 में एक लड़के को मारकर जलाने के मामले में जेल जा चुका है।

 

घटनास्थल से मोबाइल व हथियार बरामद

पुलिस ने घटनास्थल से हत्या में इस्तेमाल पत्थर, वीवो कंपनी के तीन मोबाइल और ओप्पो कंपनी का एक मोबाइल जब्त किया है। पुलिस का कहना है कि इन सामग्रियों से मामले की गहराई से जांच की जा रही है।

 

अभिभावकों से की गई अपील

एसडीपीओ चांडिल अरविंद कुमार बिन्हा ने समाज और अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें। वह किससे मिलते हैं, कहां जाते हैं, क्या करते हैं – इन सब बातों की जानकारी रखें, तभी अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है। समाज और परिवार की भागीदारी से ही अपराधमुक्त वातावरण बनाना संभव है।